सिक्की यादव: संघर्ष से सफलता तक का सफर

31 मई 2025
विनोद कुमार रामू यादव, जिन्हें आमतौर पर सिक्की यादव के नाम से जाना जाता है, एक ऐसी मिसाल हैं जो साबित करती है कि सच्चाई और हिम्मत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज वे जनता के विश्वास का प्रतीक बन गए हैं।
प्रारंभिक जीवन और न्याय के लिए लड़ाई 1995 में गुरु नानक कॉलेज ऑफ साइंस से बीएससी की डिग्री हासिल करने के बाद, सिक्की यादव ने शिवालय हाउसिंग फाइनेंस में मैनेजर के रूप में काम शुरू किया। यहाँ वे जरूरतमंदों को ऋण उपलब्ध कराकर उनकी मदद करते थे। साथ ही, उन्होंने अपने इलाके में बढ़ती अपराध की घटनाओं के खिलाफ भी आवाज उठाई, जिससे वे स्थानीय अपराधियों के निशाने पर आ गए।
झूठे आरोप और जेल की सजा उनकी ईमानदारी और अपराध के खिलाफ लड़ाई से परेशान होकर कुछ अपराधियों ने उनके खिलाफ साजिश रची। झूठे मामले में फंसाकर उन्हें जेल भेज दिया गया, जिससे उनका करियर बुरी तरह प्रभावित हुआ और उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची। यह समय उनके लिए बेहद कठिन था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
जेल से बाहर आकर फिर से जीत की ओर जेल से रिहा होने के बाद सिक्की यादव ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने समुदाय के साथ और भी गहरा जुड़ाव बनाया और 1996 में स्थानीय वार्ड चुनाव में भाग लिया। ज़िला प्रमुख अजय स्वामी के समर्थन से उन्होंने चुनाव जीता, जो उनकी पुनः प्रतिष्ठा की शुरुआत थी।
शिवसेना से लगातार 25 वर्षों की सेवा सिक्की यादव ने शिवसेना पक्ष से चुनाव लड़ते हुए लगातार 25 वर्षों में 5 बार नगर सेवक का चुनाव जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनकी लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि जनता के बीच उनकी मजबूत पकड़ और सेवा भावना का प्रमाण भी है।
इसके अलावा, उन्होंने नगर पालिका के उपाध्यक्ष, नागपुर विश्वविद्यालय के सेनेट सदस्य और 15 वर्षों तक नगर पालिका के सभापति जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया।
संघर्ष से प्रेरणा सिक्की यादव की कहानी संघर्ष, सच्चाई और जनता की सेवा की मिसाल है। झूठे आरोपों और जेल की सजा के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने क्षेत्र के लोगों के लिए समर्पित नेतृत्व किया। उनकी यह यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो न्याय और ईमानदारी के साथ समाज में बदलाव लाना चाहते हैं।
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AVIRAL PATHAK
AVIRAL PATHAK
Aviral Pathak, a determined young entrepreneur, turns obstacles into opportunities for growth, he is a young entrepreneur who spent much of his childhood reading and learning on his ow